स्वरचित कहानियाँ

▼
बुधवार, 21 अगस्त 2024

मेघ घिर आये गगन में ।

›
                 मेघ घिर आये गगन में ।                             लोचनों का नीर लेकर ,                         पीर की जागीर लेकर , ...
5 टिप्‍पणियां:
रविवार, 4 अगस्त 2024

गीत - मैं तुम्हारे गाँव आ तो जाता मगर -

›
     गीत मैं तुम्हारे गाँव आ तो जाता    मगर - हर तरफ ही काली घटा घिर रही है |      शोर है अब शीघ्र अदभुत भोर होगी ,      तम ज़रा सा भी न धरती...
8 टिप्‍पणियां:
बुधवार, 24 जुलाई 2024

गीत -- मैं तुम्हारे गाँव आ तो जाता मगर -

›
             गीत मैं तुम्हारे गाँव आ तो जाता   मगर - हर तरफ ही काली घटा घिर रही है |     शोर है अब शीघ्र अदभुत भोर होगी ,     तम ज़रा...
4 टिप्‍पणियां:
सोमवार, 8 जुलाई 2024

नभ से भी दूर लगते हो

›
  नभ से भी दूर लगते हो          ह्रदय में हर पल तुम बसे हो फिर भी ,            नयन को नभ से भी दूर लगते हो ।   तुम सा न अपना ...
14 टिप्‍पणियां:
रविवार, 26 मई 2024

मेरी पलकें मत छुओ

›
  मेरी   पलकें   मत   छुओ मेरी पलकें मत छुओ तुम्हारा आंचल गीला हो जायेगा ।                   मेरी पलकों में सावन है  ,                      ...
20 टिप्‍पणियां:
रविवार, 22 अगस्त 2021

उपहार - ( कहानी )

›
        जन्म लेते ही कूड़े में फैंक दी गई लडकी की कहानी                                       उपहार - ( कहानी ) आलोक सिन्हा                  ...
35 टिप्‍पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें

मेरे बारे में

आलोक सिन्हा
सेवा निवृत प्रधानाचार्य , शिक्षा - एम. ए. इतिहास , हिन्दी , जन्म -- १५ अगस्त १९४२ - बुलन्दशहर . उ. प्र. ( गृह नगर )
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
Blogger द्वारा संचालित.